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(Sample Material) रेलवे भर्ती बोर्ड (RRB आरआरबी) परीक्षा के लिए अध्ययन सामग्री: सामान्य ज्ञान - "भूगोल"

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सौरमंडल

  • ब्रह्माण्ड का विकासवादी सिद्धान्त जिसे महाविस्फोट सिद्धान्त भी कहते हैं, को प्रस्तुत करने का श्रेय बेल्जियम वे$ विद्वान लिमैत्रो को जाता है।
  • चेबरलीन और माल्टन नामक वैज्ञानिकों ने ग्रहाणु परिकल्पना प्रस्तुत की जिसवे$ मुताबिक सौरमंडल की उत्पत्ति ठंडे और ठोस पिंडांे से हुयीं।
  • रूसी विद्वान शिमिट ने सन् 1943 में कोट और लाप्लास वे$ विचारों से प्रेरित होकर सौर परिवारों की उत्पत्ति गैस और  धूलकणों से मानी।
  • सौरमंडल में सूर्य ग्रह, उपग्रह, उल्काएं, धूमवे$तु आदि आते हैं। सूर्य सौयमंडल परिवार का मुखिया है जिसवे$ चारों ओर सभी चक्कर लगाते हैं जिसे भौगोलिक भाषा में परिक्रमा कहते हैं। ग्रहों का अपना प्रकाश नहीं होता है, जबकि तारों का अपना प्रकाश होता है। ग्रहों की संख्या आठ है। पहले ग्रहों की संख्या 9 थी, बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि अरूण, वरूण एवं प्लूटो। किन्तु अन्तर्राष्ट्रीय खगोलशास्त्राीय संघ ने 24 अगस्त 2006 को यह घोषणा की कि सौरमेंडल में वे$वल 8 ग्रह रहेंगे और प्लूटों वे$ ग्रह का दर्जा समाप्त कर दिया गया।

ग्रह

बुध: यह ग्रह सूर्य वे$ सर्वाधिक निकट एवं सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है। यह शुक्र और सूर्य वे$ मध्य स्थित हैं। यहाँ पर दिन व रात वे$ ताप में अंतर बहुत अधिक होता है। यह सूर्य का चक्कर 88 दिन में पूरा कर लेता है। यह अपने अक्ष वे$ चारों ओर 59 दिन में एक चक्कर पूरा कर लेता है।

शुक्र: -बुध ग्रह वे$ बाद सूर्य वे$ निकटतम यह दूसरा ग्रह है। यह सूर्य का चक्कर 225 दिन में लगाता है। अपने अक्ष से परितः 243 दिन में एक चक्कर पूरा करता है। इसे सौंदर्य का देवता भी कहते हैं। यह सर्वाधिक चमकीला ग्रह है। इसे ‘भौर का तारा’ ‘संध्या का तारा’ वे$ नाम से भी जाना जाता है। यह सर्वाधिक गर्म ग्रह है। इस ग्रह पर दिन एवं रात का तापमान लगभग एक समान रहता है। यह पृथ्वी वे$ सर्वाधिक निकट स्थित ग्रह है। इस ग्रह का कोई उपग्रह नहीं है। आकार एवं द्रव्यमान में पृथ्वी वे$ समान होने वे$ कारण इसे पृथ्वी का जुड़वा ग्रह कहा जाता है।

मंगल: -यह सूर्य का चैथा निकटतम ग्रह है। यह सूर्य का 1 चक्कर 687 दिन में लगाता हैं। अपने अक्ष पर घूर्णन की  अवधि 24ण्6 घण्टे हैं। इसकी मिट्टी में लौह-आॅक्साइड पाया जाता है जिससे इसका रंग लाल हो जाता है। इसलिए इसे लाल ग्रह वे$ नाम से भी जाना जाता है। निक्स ओलंपिया मंगल ग्रह पर स्थित सर्वोच्च पर्वत है। फोबोस एवं डिमोस इसवे$ दो उपग्रह हैं।

मंगल पर अब तक कई अभियान भेजे जा चुवे$ हैं जैसेµवाइकिंग, पाथफाइंडर, मार्स ओडिसी, बीगल-2 ;2003द्धए स्पिरिट व अपाॅच्नूनिट ;2004द्ध ।

पृथ्वी: - यह सूर्य का तीसरा निकटतम ग्रह है। इसकी सूर्य से औसत दूरी 148598000 किमी. है। पृथ्वी को एकमात्रा उपग्रह चंद्रमा है। पृथ्वी का आकार जियाॅड कहा जाता है इसकी परिक्रमा का मार्ग अंडाकार है। अतः सूर्य और पृथ्वी वे$ बीच की दूरी वर्षभर एक भी नहीं रहती है। पृथ्वी 365 दिन, 5 घंटे, 48 मि. एवं 46 से. में सूर्य का एक चक्कर लगाती है। पृथ्वी अपनी धूरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर 23 घंटे 56 मि. 4 से. में एक चक्कर लगाती है। पृथ्वी का परिभ्रमण पथ दीर्घ वृत्तीय है एवं पृथ्वी तथा सूर्य वे$ बीच की दूरी में परिवर्तन होता रहता है। 21 जून को कर्क रेखा पर सूर्य की किरणें 90° लंबवत पड़ती है, अतः इस तिथि को उत्तरी गोलार्द्ध में दिन की अवधि सर्वधिक लंबी होती है। इसे कर्क संक्राति कहा जाता है। इसी प्रकार 22 दिसम्बर को मकर रेखा पर सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती है इसे मकर संक्रांति कहा जाता है। 21 मार्च एवं 23 दिसम्बर को विषुवत रेखा पर सूर्य की किरणें लंबवत पड़ती है। इस दिन पृथ्वी पर सभी जगह दिन एवं रात की अवधि समान ;12.12 घंटोंद्ध होती है।

पृथ्वी कुछ प्रमुख तथ्य

बृहस्पति: -यह सौरमंडल का सबसे बड़ा एवं सबसे भारी ग्रह है। इसका परिक्रमण एवं घूर्णन अवधि क्रमशः 12 वर्ष एवं 9ण्8 घण्टे है। इसकी सतह का ताप 123°ब् है। इसवे$ वायुमंडल में हाइड्रोजन, हीलियम, मिथेन एवं अमोनियाँ गैसे मौजूद है। बृहस्पति ग्रह वे$ 14 उपग्रह है। इस ग्रह पर ज्वालामुखी भी पाये गये हैं। गैनीमीड, आयो, यूरोपा, वै$लिस्टो आदि इसवे$ उपग्रह है। इसका उपग्रह गेनीमीड सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह है।

शनि: -बृहस्पति वे$ पश्चात् सौरमंडल का यह दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है। इस ग्रह वे$ चारों ओर छल्ले मौजूद हैं सर्पीली तरंगों की पट्टी है। यह सूर्य की परिक्रमा 29 वर्ष में करता है। इस ग्रह की अक्ष की घूर्णन अवधि 10ण्3 घण्टे हैं। इस ग्रह वे$ 22 उपग्रह हैं। फोबे टेथिस, निमास आदि इसवे$ उपग्रह हैं। टाइटन नाम का उपग्रह सबसे बड़ा उपग्रह है व इसमें नाइट्रोजन युक्त वायुमंडल पाया जाता है।

अरुण: -अरुण सूर्य से सातवां दूरतम ग्रह है। इस ग्रह की खोज 1781 में विलियम हर्शेल ने की थी। शनि की भांति ही इस ग्रह वे$ चारों ओर भी वलय पाये जाते हैं। इस ग्रह वे$ 12 उपग्रह तथा 5 धुंधली वलय है। इस ग्रह वे$ वायुमंडल में मिथेन गैस मौजूद है। इस ग्रह का प्रकाश हरे रंग का दिखाई देता है। यह सूर्य की परिक्रमा 84 वर्षों में पूरा करता है। इसकी घूर्णन अवधि 10ण्8 घण्टे हैं।

वरुण : -इस ग्रह की खोज 1946 में जाॅन गैले ने की थी। इसवे$ वायुमंडल में मुख्य रूप से हाइड्रोजन गैस पायी जाती है यह सूर्य की परिक्रमा 165 वर्ष में पूरा करता है।

इस ग्रह वे$ आठ उपग्रह हैं। टिट्रान, मेरिड, छ.1ए छ.2ए छ.3 आदि इसवे$ प्रमुख उपग्रह हैं।

प्लूटो: - जैसा कि उ$पर कहा गया है कि यह अब ग्रह नहीं होकर बौना ग्रह है। ग्रह का दर्जा समाप्त होने से पूर्व तक यह सर्वाधिक छोटा सर्वाधिक ठंडा एवं सर्वाधिक अंधकारमय ग्रह था।

  • बुध, शुुक्र, पृथ्वी, एवं मंगल ग्रह आंतरिक ग्रह कहलाते हैं। इनका आकार छोटा एवं घनत्व अधिक है।

  • बृहस्पति, शनि, अरूण, वरूण एवं प्लूटो बाह्य ग्रह कहलाते हैं। इनका आकार बड़ा एवं घनत्व कम है।

  • बुद्ध, सूर्य वे$ सबसे निकट का ग्रह है। इसवे$ बाद क्रमशः, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, बृहस्पति, शनि, अरूण एवं वरूण का स्थान आता है।

  • सूर्य वे$ काफी निकट स्थित होने वे$ कारण बुद्ध शुक्र काफी गर्म है, जबकि अन्य ग्रह ठंडे है।

  • प्रोक्सिमा सेंचुरी सूर्य वे$ बाद पृथ्वी का सबसे निकट का तारा है यह पृथ्वी से 4ण्5 प्रकाश वर्ष दूर है।

आकाशीय पिंड

  • निहारिका: - यह एक अत्यधिक प्रकाशमान आकशिय पिंड है, जो गैस एवं धूलकणों से मिलकर बना होता है। इसकी आकृति प्रायः सर्पल होती है।

  • आकाश गंगा या मंदाकिनी: -यह तारों का एक विशाल पुंज है। इसका व्यास एक लाख प्रकाश वर्ष है, पृथ्वी सहित सौर परिवार ऐरावत पथ नामक आकाश गंगा में स्थित है।

  • तारामंडल: - ये तारों वे$ समूह है। आधुनिक समय में 89 तारामंडल है। इनमें से हाइड्रा सबसे बड़ा है।

  • उल्का: ये रात में टूटते हुए तारे की भांति प्रतीत होते हैं। पर यर्थाथ में ये ठोस आकाशीय पदार्थ है, जो पृथ्वी वे$ वायुमंडल में प्रवेश करने पर घर्षण वे$ कारण जलने लगते हैं, एवं चमकीला प्रकाश उत्पन्न करते हैं।

  • धूमवे$तु या पुच्छल तारे: - ये आकाशीय धूल कण, गैस, बर्प$ आदि पदार्थों से निर्मित आकाशीय पिण्ड है। ये सूर्य की परिक्रमा करते हैं। इसकी पूँछ सदैव सूर्य से दूर होती है। टेम्पल-1ए हेलबाॅप, फोब्र्स डी ओरेस्ट, कोमास सोला, हेली आदि धूमवे$तुओं वे$ उदाहरण हैं। हेली का धूमवे$तु प्रत्येक 76 वे वर्ष में दिखाई पड़ता है।

  • तारे: - आकाश गंगा में गैस वे$ बादल होते हैं एवं तारों का निर्माण इन बादलों से होता है। तारों से तिरंतर उ$र्जा का उत्सर्जन होता रहता है। सूर्य भी एक तारा है। काफी बड़े तारे विस्फोट वे$ बाद ‘ब्लैक होल’ ;ठसंबा भ्वसमद्ध में परिवर्तित हो जाते हैं।

  • उपग्रह : जमससपजमद्धकृये छोटे आकाशीय पिण्ड है, जो किसी ग्रह वे$ चारों ओर चक्कर लगाते हैं। इनका अपना प्रकाश नहीं होता, बल्कि ये तारों से प्रकाश ग्रहण करते हैं।

सूर्य

  • सूर्य वे$ वे$न्द्र का तापमान 15 मिलियन डिग्री वे$ल्विन है एवं सूर्य की सतह का तापमान 5760 डिग्री वे$ल्विन है। सूर्य की उ$र्जा, इसवे$ अन्दर हाइड्रोजन वे$ हीलियम में संलयन वे$ कारण उत्पन्न होता है।

  • सूर्य वे$ द्रव्यमान का 70 प्रतिशत भाग हाइड्रोजन, 28 प्रतिशत हीलियम और 2 प्रतिशत अन्य भारी तत्त्व (जैसेµलीथियम एवं यूरेनियम) है।

  • सूर्य की सतह पर वु$छ काली रेखाएँ दिखाई पड़ती है। इन्हें फ्रानहाॅफर रेखाएँ कहा जाता है।

  • सूर्य पर अनेक काले धब्बे हैं।

  • सूर्य आकाशगंगा का एक चक्कर 224 मिलियन वर्षों में लगाता है। इसे काॅस्मिक वर्ष कहा जाता है।

  • सूर्य की आयु 5 अरब वर्ष है, जबकि इसका वु$ल जीवन-काल 10 अरब वर्ष का है।

  • जब सूर्य का जीवन-काल समाप्त हो जायेगा तो यह लाल दानव बन जायेगा। इस स्थिति में इसका आकार बहुत बड़ा हो जायेगा और इसका ईंधन पूर्ण रूप से समाप्त हो जायेगा, तब सूर्य एक विशालकाय लाल पिण्ड प्रतीत होगा।

  • यदि कोई तारा सूर्य वे$ आकार का है तो इसवे$ बाद वह श्वेत वामन ;ॅीपजम कूंतद्धि बन जाता है।

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